बीजेपी आईटी सेल के पत्ते खुलने लगे तो बौखलाहट सामने आने लग गई है।जो जहर बीजेपी की आईटी सेल ने सोशल मीडिया के माध्यम से देशभर में घोला है उसका परिणाम खुद को उल्टा प्राप्त होना शुरू हुआ तो चरमपंथी संगठनों से जुड़े लोगों को अपना मान-सम्मान का ख्याल आने लग गया!देशभर के नागरिकों को धर्म व जाति में धकेलकर जो कचूमर निकाला था उसका हिसाब कौन देगा?
तुम्हारे फैलाये उन्माद के कारण देशभर में जो सड़कों पर लोगों की भीड़ ने हत्याएं की ,घर मे बैठे,पार्कों में घूमते बुद्धिजीवियों,पत्रकारों को गोलियां मारी गई उसका हिसाब कौन देगा?खुद की धूर्तता की पोल खुली तो डरकर मुकदमों की आड़ में आबरू बचाने की कवायद में लग गए!तुम्हारे पास मान है कहाँ जिसकी हानि हो सके!
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