वोट लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
वोट लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

सोमवार, 14 मई 2018

प्राचीनकाल में गौधन ही मुख्य धन


प्राचीनकाल में गौधन ही मुख्य धन कहा जाता था।गायों का सदा अपना महत्व रहा है।प्राचीनकाल में मुद्रा थी,मध्यकाल में मुद्रा व दुधारू गाय के रूप में सयुंक्त मोर्चा संभाल रही थी व आधुनिक काल मे माता के रूप में प्रकट होकर दूध की जगह वोट देने लग गई।
जब किसी पशु का महत्व पाखंड व अंधविश्वास से जोड़ दिया जाता है तो उस पशु का महत्व घट जाता है।आज माता अवारा घूम रही है और राजनीति उस पर वोट बटोर रही है।माता-माता के शोरगुल के बीच आज गाय इस देश का सबसे दरिद्र पशु बन चुका है।गलियों में पॉलीथिन खाकर हड्डियों पर चिपकी चमड़ी वाला ढांचा गिरता है वो दुबारा खड़ा नहीं हो पाता है।तिल-तिलकर मरते इस पशु का कोई धणी-धोरी नहीं है।